Sunday, May 19th, 2024

सत्र 2020-21 : 500 कालेज हो सकते हैं ई प्रवेश से बाहर

भोपाल
लाकडाउन के चलते प्रदेश में आगामी सत्र 2020-21 में प्रवेश में प्रवेश लेने के लिए कोई नया कालेज स्थापित नहीं होगा। वर्तमान में स्थापति कालेजों में से करीब 500 कालेजों की मान्यता और संबद्धता समाप्त हो सकती है। क्योंकि उक्त कालेजों की प्रोफाइल अपडेट नहीं होने से उनका आनलाइन वेरीफिकेशन नहीं हो सका है। प्रदेश की सीटों में काफी संख्या में कटौती हो सकती है।

प्रदेश का कोई भी कालेज अपनी सीटों में बढ़ोतरी और संकाय में बढ़ोतरी नहीं कर सकता है। उन्हें गत वर्ष के सामान सीटों पर प्रवेश कराना होगा। इसके लिए उन्हें संबंधित विश्वविद्यालय से आनलाइन निरंतरता लेने के फीस जमा कर आवेदन करना होगा। प्रदेश में संचालित सभी 1405 कालेजों का आनलाइन सत्यापन कराने की जिम्मेदारी सभी विश्वविद्यालयों को दी है, लेकिन 500 कालेज अपनी प्रोफाइल अपडेट नहीं कर सकें। विवि उनका आनलाइन वेरीफिकेशन नहीं करता है, तो वे विभागीय मान्यता और विवि की संबद्धता से वंचित हो जाएंगे। इसके कारण वे आगामी सत्र 2020-21 में आनलाइन काउंसलिंग में भागीदारी कर प्रवेश नहीं दे पाएंगे।

ऐसे करेंगे विवि कार्य
प्रदेश के सभी विवि ने अपने दायरे में आने वाले करीब 900 कालेजों के दस्तावेजों का परीक्षण कर लिया है। इसमें वे कालेजों ने फर्जी और त्रुटिपूर्ण संबद्धता संबंधी दस्तावेज जमा कर विभाग से आगामी सत्र 2020-21 में प्रवेश लेने के लिए मान्यता हासिल तो नहीं की है। सत्यापन में कोई भी कमी होने पर वे संबद्धता और मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई करेंगे। तब विभाग उन्हें अपने पोर्टल से हटाकर ई-प्रवेश प्रक्रिया से बाहर कर देगा।

आनलाइन देना होगी प्रोफाइल
कालेजों को आनलाइन प्रवेश की अनुमति लेने के लिए अपनी प्रोफाइल के साथ आनलाइन सत्यापन करने 31 जुलाई तक विभाग के पोर्टल पर आनलाइन आवेदन जमा करना होंगे, जिससे करने से वह रहे गए हैं। इसमें कालेजों की फैकल्टी, विद्यार्थियोें को मिलने वाली सुविधा और अन्य मापदंड की जानकारी देना होगी, जो विभाग ने तैयार किए हुए हैं। कोई कमी होने पर उन्हें ईप्रवेश में शामिल नहीं किया जाएगा। इससे वे अपने कालेज में विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं दे पाएंगे।

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